महाभारत हो गया था एक नारी के अपमान पर,
तो रामजी बनवास चले गये थे
अपने पिता के सम्मान पर
कैसे विचार पल रहे है आज की पीढी में
गन्दे विचार और आग रहती है जुबान पर
कोई क्यों आज बेटी का सम्मान नही करता
बेटी होने पर क्यों कोई अभिमान नही करता
नारी का हर रुप सम्मान का हकदार है।
फिर इसका असर क्यों नही होता इन्सान पर
अभी वक्त है बचा लो इस धरती को,
बेटी,बहन, पत्नी और माँ की संस्कृति को
जमीं नही बची तो कुलदीपक कहाँ मिलेगा
अच्छी सोच सोचो,
गर्व करो बेटी के स्वाभिमान पर....
तो रामजी बनवास चले गये थे
अपने पिता के सम्मान पर
कैसे विचार पल रहे है आज की पीढी में
गन्दे विचार और आग रहती है जुबान पर
कोई क्यों आज बेटी का सम्मान नही करता
बेटी होने पर क्यों कोई अभिमान नही करता
नारी का हर रुप सम्मान का हकदार है।
फिर इसका असर क्यों नही होता इन्सान पर
अभी वक्त है बचा लो इस धरती को,
बेटी,बहन, पत्नी और माँ की संस्कृति को
जमीं नही बची तो कुलदीपक कहाँ मिलेगा
अच्छी सोच सोचो,
गर्व करो बेटी के स्वाभिमान पर....
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