पुराने समय से ही सुख और समृद्धि के लिए कई प्रकार की परंपराएं और नियम बताए गए हैं। कई घरों में आज भी इन परंपरागत नियमों का पालन किया जाता है। माना जाता है कि जहां ये परंपराएं प्रचलित हैं, वहां लक्ष्मी कृपा के साथ ही देवी अन्नपूर्णा की कृपा भी बनी रहती है। लक्ष्मी कृपा से धन संबंधी कार्यों में सफलता मिलती है और देवी अन्नपूर्णा की कृपा से घर में अनाज और खान-पान संबंधी अन्य चीजों की समृद्धि बनी रहती है। यदि आप भी मां लक्ष्मी और अन्नपूर्णा देवी को प्रसन्न रखना चाहते हैं तो यहां कुछ ऐसे काम बताए जा रहे हैं, जिनका ध्यान नियमित रूप से रखना चाहिए। - हर रोज सुबह-सुबह कुछ देर के लिए भजन या देवी-देवताओं के मंत्र सुनना चाहिए। मंत्र और भजनों के स्वर से घर का वातावरण पवित्र होता है और मन के बुरे विचार खत्म होते हैं। मंत्रों के स्वरों से मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं। - घर में कभी भी झाड़ू को खड़ा करके नहीं रखना चाहिए। झाड़ू पर पैर भी नहीं लगाना चाहिए। ना ही झाड़ू के ऊपर से निकलना चाहिए। जो लोग झाड़ू के संबंध में इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं, उनके घर से बरकत चली जात...