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Showing posts from December 31, 2014

मध्यमार्गी मुस्लिम की मुश्किल

इस्लामी कट्‌टरपंथी गुटों की ओर से हाल में हुए बर्बर, अमानवीय हमलों ने दुनिया को हिला दिया है। भयभीत विश्व जब कारणों की पड़ताल कर समाधान खोजने का प्रयास कर रहा है, तो कई लेख सामने आए हैं। कई लोग ‘मध्यमार्गी मुस्लिमों’ की भूमिका पर जोर देते हैं। मुस्लिमों का वह शिक्षित व आधुनिक तबका, जिसने चुप्पी साध रखी है या इस सबमें ज्यादा मुखरता से सामने नहीं आया है। हालांकि, यह इतना आसान नहीं है। समाधान की तलाश में यह महत्वपूर्ण है कि किसी वर्ग को दोष नहीं दिया जाए। पहला कदम तो मध्यमार्गी मुस्लिम के दृष्टिकोण को समझना।    जरा सोचें। आप किसी धर्म और उसके पवित्र ग्रंथों को सम्मान देते हुए पले-बढ़े हैं। रीतियों व परंपराओं के साथ आपको बहुत-से सकारात्मक मूल्यों को स्वीकार करना होता है। यदि पूछा जाए कि आपका धर्म आपको क्या सिखाता है? करुणा, ईमानदारी, नम्रता, प्रेम, सत्यनिष्ठा, उदारता ऐसी कुछ बातें आपके मन में आती हैं। आप तार् किक  और वैज्ञानिक सोच के व्यक्ति हैं और इसके बाद भी धर्म को अपने जीवन में महत्वपूर्ण स्थान देते हैं, क्योंकि यही तो आपको मानवता सिखाता है, बेहतर व्यक्ति बनाता है और ...

1, 2, 5 रुपए के सिक्कों की पहचान से जुड़ा है एक राज, नहीं जानते होंगे आप

हर सिक्का कुछ कहता है...   1, 2, 5 और 10 रुपए के सिक्कों से हमारा वास्ता रोज ही पड़ता है। लेकिन, इस सिक्के पर लिखी हर बात और बने हर चिन्ह का एक मतलब होता है, जिससे आधा से ज्यादा देश अंजान है।   इन सिक्कों को लेकर क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि इनमें बने खास चिन्ह क्या असलियत बताते हैं। अगर नहीं तो जनाब. सिक्कों पर बने विशेष चिन्ह ये दर्शाते हैं कि आखिर वह आया कहां से है।   अब आप सोच रहे होंगे कि ये कौन से चिन्ह की हम बात कर रहे हैं जो इतना कुछ बता देता है और आपको इसके बारे में कुछ पता ही नहीं। तो अब आप अपने सिक्के पर गौर कीजिए और हम बताते हैं कि सिक्के कैसे बयां करता है कि वह कहां से आएं हैं।  भारत में हैं चार मिंट   आपको बता दें कि भारत में चार मिंट (टकसाल) हैं जिनके पास सिक्के बनाने का अधिकार है। ये हैं मुंबई मिंट, कलकत्ता मिंट,  हैदर ाबाद मिंट और नोएडा मिंट। यहीं से निकलकर सिक्के मार्केट में आ जाते हैं। देश के सबसे पुराने मिंट में कलकत्ता और मुंबई मिंट हैं। दोनों को साल 1859 में अंग्रेजी हुकूमत ने स्थापित किया था।  ...

Happy New Year 2015 💥बोलने वालों के लिए एक संदेश !

- क्या आपको पता है कि 31 दिसम्बर की रात को कितनी टनों दारू शराब और नशीली वस्तुएँ बिकती हैं ।  - क्या आपको पता है कि लाखों निर्दोष बकरों, सूअरों, और गायों जैसे निरीह मूक प्राणियों की हत्या हो जाती है इस दिन ।  - क्या आपको पता है कि 31 दिसम्बर की रात को कितनी सैक्स वर्धक दवाईयाँ, कंडोम्स और गर्भनिरोधक गोलियाँ बिकती हैं । - क्या आपको पता है कि कितने करोडों अरबों रूपये इस दिन पानी की तरह बहा दिये जाते हैं पब और डिस्को में... पूरे साल भर में जितना आँकडा आप सोच भी नहीं सकते हो उतना एक 31 दिसम्बर की रात अर्थात नये साल में खर्च कर दिया जाता है । बडे शर्म की बात है ! आज शहीद भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, खुदीराम बोस, वीर सावरकर जैसे वीर शहीद सोचते होंगे कि हमने इस दिन के लिए अपनी कुर्बानी दी थी कि ऐसा घिनौना मनाया जाये भारत का नववर्ष । मैं जानता हूँ मेरी ये बात कडवी जरूर है पर सच है की हमारी गुलामी आज भी गयी नहीं है । पहले तन से गुलाम थे आज मन से गुलाम है .... । पहले वो हमें गुलाम बनाते थे, अब हम घुटने टेककर नशेडीयों की तरह उनसे भीख माँग रहे हैं हमें गुलाम बनाने की थूँ..... 💥धिक्कार है ऐस...

New Year

मेरी दोनो हाथ जोडकर..सभी को..विनम्र..सादर..निवेदन है.. प्रार्थना है की..हम विश्व में.. हिन्दूराष्ट्र भारत के..हिन्दू ही है..! हमारी सांस्कृत्तिक विरासत.. धरोहर..परंपरा..हिन्दू ही है..! ३१ डीसेम्बर..१जनवरी..थर्टी फ्रस्ट..हेपी न्यु यर से.. हमारा कोई रीस्ता-नाता नही है..!यह विदेशी..पाश्चयात त्यौहार है.. जीन अंग्रेज लोगो ने हमे १७५७ से १९४७ तक..२९० वर्ष तक.. लूँटा..मारा..जेल..यातना.. फाँसी..गोली दी..हमारा ईतिहास..भूगोल तक बदल डाला.. धर्मांतरण कीया..शोषण कीया..गुलाम रखा.. उन्होंक ा ही यह मायाजाल है सब..!उसमें कभी भी न फँसे..! सावधान..! हम सब कैसे लोग है?चचेरा भाई जो हम से थोडा ज्यादा लेले तो.. हाईकोर्ट तक जाते है..पूरी जींदगी तक संबंध नही रखते है..!और यहाँ.. विदेशी-देशी मीडिया..फिल्मी नर्तक.. नर्तकीओं के चक्कर में आकर.. माहोल में मोहांध होकर..अपना स्वाभिमान..ज्ञान..बुद्धि खोकर.. हम कायम सदगुण विकृति के.. शिकार हो जाते है..! उदार.. विशाल..महान हो जाते है..! क्या ईन्गलेन्ड.. अमेरिका के..आम अंग्रेज- ख्रीस्ती समाजने कभी हमारी दिपावली..नूतनवर्ष मनाया है..? यह सब विश्व के नग्न सत्य है..जो भोले- ...