हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने के लिए समय को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। फिर वो समय चाहे शादी का हो पूजन हो या अन्य किसी काम का। शास्त्रों में बताया गया है कि हर काम को यदि उचित समय पर किया जाए तो उसके बेहतर परिणाम मिलते हैं। यदि अपने जीवन को हमेशा खुशहाल और समृद्धि से परिपूर्ण रखना चाहते हैं तो यहां बताए जा रहे हैं कुछ कामों को शाम के समय कभी न करें। शाम को जब मंदिर में व अन्य धार्मिक स्थल पर भगवान की आराधना की जाती है। उस समय कुछ कार्यो को करना अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इन कामों को शाम के समय करने से घर में हमेशा दरिद्रता रहती है। आमदनी अधिक होने पर भी पैसा नहीं टिकता है। आइए जानते हैं कौन से है वो काम जिन्हें सूर्यास्त के समय करना निषेध माना गया है।
1. सोना नही चाहिए- सूर्यास्त के समय किसी को भी लेटना या सोना नहीं चाहिए। इस समय को भगवान की आराधना और आरती आदि के लिए श्रेष्ठ माना गया है। शास्त्र कहते हैं यदि आप
बीमार नहीं है या कोई अन्य आवश्यक कारण नहीं है तो सूर्यास्त के समय नहीं सोना चाहिए। इस समय सोने से लक्ष्मी नाराज होती हैं और व्यक्ति बीमार और सुस्त हो जाता है। इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि शाम के समय सोने वाला इंसान चुस्त नहीं रहता है, उसका शरीर बीमारियों का घर बन जाता है। इसलिए इस समय नहीं सोना चाहिए।
2. पढ़ाई न करें- सूर्यास्त के समय पढ़ने व लिखने जैसे काम भी उचित नहीं माने गए हैं। माना जाता है कि शाम के समय पढ़ने से आंखो पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस समय विद्यार्थी को कुछ देर मौन रहकर मां सरस्वती का ध्यान करना चाहिए। इससे दिमाग हमेशा स्वस्थ और दुरुस्त रहता है।
3. घर की सफाई नहीं करना चाहिए- सूर्यास्त के समय झाड़ू लगाना भी अच्छा नहीं माना गया है। कहा जाता है कि झाड़ू मां लक्ष्मी का प्रतीक है। शाम ढलने से पहले घर और घर में साफ-सफाई कर लेनी चाहिए। ऐसा करने से घर हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
माना जाता है कि रात में झाड़ू लगाने से खर्च बढ़ जाता और आर्थिक नुकसान होता है। इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि शाम ढलने के बाद सफाई करने से घर में जो जीवाणु प्रवेश करते हैं वे खत्म नहीं होते हैं। जबकि घर में सूर्य का प्रकाश आने पर सफाई के बाद ये जीवाणु खत्म हो जाते हैं। इसलिए हमारे धर्मग्रंथों में माना गया है कि सफाई सुबह और शाम को सूर्यास्त से पूर्व करना चाहिए।
माना जाता है कि रात में झाड़ू लगाने से खर्च बढ़ जाता और आर्थिक नुकसान होता है। इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि शाम ढलने के बाद सफाई करने से घर में जो जीवाणु प्रवेश करते हैं वे खत्म नहीं होते हैं। जबकि घर में सूर्य का प्रकाश आने पर सफाई के बाद ये जीवाणु खत्म हो जाते हैं। इसलिए हमारे धर्मग्रंथों में माना गया है कि सफाई सुबह और शाम को सूर्यास्त से पूर्व करना चाहिए।
4. नाखून न काटें- बहुत से लोगों की आदत होती है कि दिन में समय नहीं मिले तो रात में ही नाखून काटने बैठ जाते हैं, लेकिन रात को नाखून काटना अशुभ माना जाता है। इसी प्रकार नाखून काटकर तुरंत स्नान करना भी अपशकुन माना जाता है। नाखून काटकर स्नान तब किया जाता है, जब घर परिवार में किसी की मृत्यु होती है। रात में नाखून काटने से लक्ष्मी घर से चली जाती है और स्वास्थ्य की हानि होती है।
5. बाल भी न काटें- रात के समय बाल काटना भी उचित नहीं माना जाता है। कहा जाता है इससे घर में अलक्ष्मी का निवास होता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह ठीक नहीं होता है।
6. इस समय भोजन न करें- कहा जाता है कि सूर्यास्त के समय भोजन नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार इस समय भोजन करने पर भोजन का पाचन ठीक से नहीं होता है। शरीर में कब्ज, गैस व एसिडिटी जैसे विकार पैदा होने लगते हैं, जो अन्य कई बीमारियों का भी कारण बनते है। धीरे-धीरे शरीर को कई तरह के रोग घेर लेते हैं। इसलिए इस समय भोजन करना निषेध माना गया है।
7. न करें सुगंधित चीजों का इस्तेमाल- सूर्यास्त के बाद खुशबूदार तेल या या सुंगधित चीजें लगाना भी उचित नहीं माना जाता है। शाम ढलने के बाद सुगंधित पदार्थ लगाने से नकारात्मक उर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है। इससे मन विचलित होता और कई प्रकार के मनोविकार उत्पन्न होते हैं। इसलिए यदि आपको तेल या सुगंधित वस्तुओं का प्रयोग करना हो तो शाम ढलने से पहले से इनका प्रयोग कर लें।
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