करो सोने के सौ टुकडे तो क़ीमत कम
नहीं होती l
बुज़ुर्गों की दुआ लेने से इज्ज़त
कभी कम नहीं होती ll
जरूरतमंद को कभी देहलीज से
ख़ाली ना लौटाओ l
ईश्वर के नाम पर देने से दौलत कम
नहीं होती ll
पकाई जाती है रोटी जो मेहनत के
कमाई से l
हो जाए गर बासी तो भी लज्ज़त कम
नहीं होती ll
याद करते है अपनी हर मुसीबत में
जिन्हें हम l
मां और बाप के सामने झुकने से गर्दन नीचे
नहीं होती
नहीं होती l
बुज़ुर्गों की दुआ लेने से इज्ज़त
कभी कम नहीं होती ll
जरूरतमंद को कभी देहलीज से
ख़ाली ना लौटाओ l
ईश्वर के नाम पर देने से दौलत कम
नहीं होती ll
पकाई जाती है रोटी जो मेहनत के
कमाई से l
हो जाए गर बासी तो भी लज्ज़त कम
नहीं होती ll
याद करते है अपनी हर मुसीबत में
जिन्हें हम l
मां और बाप के सामने झुकने से गर्दन नीचे
नहीं होती
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