अगर धोनी इतना बड़ा कप्तान होता तो क्यों हार गई टीम।
पहली बात तो ये की टीम एक व्यक्ति विशेष द्वारा चुनी गई थी और उस व्यक्ति विशेष ने 30 मैं से 16 खिलाडी एक ही जाती(caste)के भर दिए। क्या पूरे भारत मैं कोई और caste क्रिकेट नही खेलती।।
अगली बात एक ऐसे टटपूंजीए खिलाड़ी को एक महान खिलाड़ी की जगह खिलाया गया जो खेल से ज्यादा अपनी दाड़ी मूछों के कारण चर्चित होना चाहता था।
धोनी को अपने खेल से ज्यादा अपनी कप्तानी और टीम का घमंड था और किस्मत का साथ।।
टी20 और पिछला वर्ल्डकप जिन खिलाडियों के बूते जीत गया वो फिट होते हुए भी टीम से बहार थे जबकि एक जाती विशेष के अनफिट खिलाडियों को फाइनल 15 मैं लिया गया।
और कुछ किस्मत के धनि खिलाडी या तो पेप्सी बेचते दिख रहे थे या फिर टायर की ऐड करते। जैसे की BCCI वाले इन्हें पैसे ही नही देते।।
और रन बनाने से ज्यादा धयान "माय लव" के ट्वीट पर था।।
सबसे बड़े मैच मैं सबसे फिस्सडी, अगर कप्तान और मैनेजमेंट टीम चुनते समय किसी अपने का पक्ष ना ले कर देश के लिए टीम चुनते तो 11 मैं से 3 ऐसे खिलाडी थे जिनका कायदे से रणजी ट्राफी मैं भी नंबर न पड़े।।
कुछ भगत लोग टी20 और 2011 का उदहारण दे कर कहते हैं की ये कप धोनी ने ही जितवाये थे।।
तो भाई साब उस टीम वाले युवराज,गंभीर,सेहवाग,ज़हीर को इस बार भी टीम मैं ले लेते तो फिर जीत जाते।।
पहली बात तो ये की टीम एक व्यक्ति विशेष द्वारा चुनी गई थी और उस व्यक्ति विशेष ने 30 मैं से 16 खिलाडी एक ही जाती(caste)के भर दिए। क्या पूरे भारत मैं कोई और caste क्रिकेट नही खेलती।।
अगली बात एक ऐसे टटपूंजीए खिलाड़ी को एक महान खिलाड़ी की जगह खिलाया गया जो खेल से ज्यादा अपनी दाड़ी मूछों के कारण चर्चित होना चाहता था।
धोनी को अपने खेल से ज्यादा अपनी कप्तानी और टीम का घमंड था और किस्मत का साथ।।
टी20 और पिछला वर्ल्डकप जिन खिलाडियों के बूते जीत गया वो फिट होते हुए भी टीम से बहार थे जबकि एक जाती विशेष के अनफिट खिलाडियों को फाइनल 15 मैं लिया गया।
और कुछ किस्मत के धनि खिलाडी या तो पेप्सी बेचते दिख रहे थे या फिर टायर की ऐड करते। जैसे की BCCI वाले इन्हें पैसे ही नही देते।।
और रन बनाने से ज्यादा धयान "माय लव" के ट्वीट पर था।।
सबसे बड़े मैच मैं सबसे फिस्सडी, अगर कप्तान और मैनेजमेंट टीम चुनते समय किसी अपने का पक्ष ना ले कर देश के लिए टीम चुनते तो 11 मैं से 3 ऐसे खिलाडी थे जिनका कायदे से रणजी ट्राफी मैं भी नंबर न पड़े।।
कुछ भगत लोग टी20 और 2011 का उदहारण दे कर कहते हैं की ये कप धोनी ने ही जितवाये थे।।
तो भाई साब उस टीम वाले युवराज,गंभीर,सेहवाग,ज़हीर को इस बार भी टीम मैं ले लेते तो फिर जीत जाते।।
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