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बुरा सपना आए तो ये करें, ये हैं सपनों से जुड़ी 6 खास बातें

आमतौर पर सपने सभी को आते हैं। वो चाहे बच्चा हो या वृद्ध। सपने आना एक स्वभाविक प्रक्रिया है, लेकिन हमारे समाज में सपनों को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं। ऐसा माना जाता है कि सपने हमें भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में सूचित करते हैं। 
कुछ सपनों का फल शुभ माना जाता है तो कुछ का अशुभ। स्वप्न ज्योतिष के अनुसार सपने चार प्रकार के होते हैं- पहला दैविक, दूसरा शुभ, तीसरा अशुभ और चौथा मिश्रित। ये सभी भविष्य में होने वाली अच्छी-बुरी घटनाओं के बारे में हमें बताते हैं। कुछ सपने जल्दी सच हो जाते हैं तो कुछ देर से। जानिए सपनों के बारे में कुछ खास बातें-

1. दैविक व शुभ सपने कार्य सिद्धि यानी काम में सफलता मिलने की सूचना देते हैं। 
2. अशुभ सपने कार्य नहीं होने की सूचना देते हैं और मिश्रित स्वप्न मिश्रित फलदायक होते हैं।
3. स्वप्न ज्योतिष के अनुसार रात के पहले पहर में देखे गए सपने का फल एक साल के अंदर मिलता है। दूसरे पहर में देखे गए सपने का फल छ: महीने में मिलता है।
4. तीसरे पहर में देखे गए सपने का फल तीन महीने में मिलता है और चौथे पहर यानी सुबह देखे गए सपने का फल तुरंत मिलता है। 
5. बुरा सपना देखकर यदि रात में ही किसी को बता दें तो उस सपने का फल नष्ट हो जाता है अथवा सुबह उठकर भगवान शंकर को नमस्कार कर उसके बाद तुलसी के पौधे को जल चढाएं तो भी उस बुरे सपने का फल नष्ट हो जाता है।
6. रात को सोने से पहले भगवान विष्णु, शंकर, महर्षि अगस्त्य और कपिल मुनि का स्मरण करने से बुरे सपने नहीं आते।

सपने तथा उनसे प्राप्त होने वाले संभावित फल



1. नदी देखना- सौभाग्य में वृद्धि
2. मंदिर देखना- धार्मिक कार्य में सहयोग करना
3. नाच-गाना देखना- अशुभ समाचार मिलने के योग
4. नीलगाय देखना- भौतिक सुखों की प्राप्ति
5. नेवला देखना- शत्रु भय से मुक्ति
6. पगड़ी देखना- मान-सम्मान में वृद्धि
7. पूजा होते हुए देखना- किसी योजना का लाभ मिलना
8. फकीर को देखना- अत्यधिक शुभ फल
9. गाय का बछड़ा देखना- कोई अच्छी घटना होना
10. वसंत ऋतु देखना- सौभाग्य में वृद्धि
11. स्वयं की बहन को देखना- परिजनों में प्रेम बढऩा
12. बिल्वपत्र देखना- धन-धान्य में वृद्धि
13. भाई को देखना- नए मित्र बनना
14. भीख मांगना- धन हानि होना
15. शहद देखना- जीवन में अनुकूलता
6. पैसा दिखाई देना- धन लाभ
17. स्वयं की मृत्यु देखना- भयंकर रोग से मुक्ति
18. रुद्राक्ष देखना- शुभ समाचार मिलना
19. स्वर्ग देखना- भौतिक सुखों में वृद्धि
20. पत्नी को देखना- दाम्पत्य में प्रेम बढ़ना
21. स्वास्तिक दिखाई देना- धन लाभ होना
22. हथकड़ी दिखाई देना- भविष्य में भारी संकट
23. मां सरस्वती के दर्शन- बुद्धि में वृद्धि
24. कबूतर दिखाई देना- रोग से छुटकारा
25. कोयल देखना- उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति
26. अजगर दिखाई देना- व्यापार में हानि
27. कौआ दिखाई देना- बुरी सूचना मिलना
28. छिपकली दिखाई देना- घर में चोरी होना
29. चिडिय़ा दिखाई देना- नौकरी में पदोन्नति
30. तोता दिखाई देना- सौभाग्य में वृद्धि
31. भोजन की थाली देखना- धनहानि के योग
32. इलाइची देखना- मान-सम्मान की प्राप्ति
33. खाली थाली देखना- धन प्राप्ति के योग
34. गुड़ खाते हुए देखना- अच्छा समय आने के संकेत
35. शेर दिखाई देना- शत्रुओं पर विजय
36. हाथी दिखाई देना- ऐश्वर्य की प्राप्ति
37. कन्या को घर में आते देखना- मां लक्ष्मी की कृपा मिलना
38. सफेद बिल्ली देखना- धन की हानि
39. दूध देती भैंस देखना- उत्तम अन्न लाभ के योग
40. चोंच वाला पक्षी देखना- व्यवसाय में लाभ
41. धनवान व्यक्ति देखना- धन प्राप्ति के योग
42. दियासलाई जलाना- धन की प्राप्ति 
43. सूखा जंगल देखना- परेशानी होना
44. मुर्दा देखना- बीमारी दूर होना
45. आभूषण देखना- कोई कार्य पूर्ण होना
46. जामुन खाना- कोई समस्या दूर होना
47. जुआ खेलना- व्यापार में लाभ
48. धन उधार देना- अत्यधिक धन की प्राप्ति 
49. चंद्रमा देखना- सम्मान मिलना
50. चील देखना- शत्रुओं से हानि
51. किसी रिश्तेदार को देखना- उत्तम समय की शुरुआत
52. तारामंडल देखना- सौभाग्य की वृद्धि
53. ताश देखना- समस्या में वृद्धि
54. तीर दिखाई देना- लक्ष्य की ओर बढ़ना
55. सूखी घास देखना- जीवन में समस्या
56. भगवान शिव को देखना- विपत्तियों का नाश
57. त्रिशूल देखना- शत्रुओं से मुक्ति
58. दंपत्ति को देखना- दांपत्य जीवन में अनुकूलता
59. शत्रु देखना- उत्तम धनलाभ
60. दूध देखना- आर्थिक उन्नति
61. चावल देखना- किसी से शत्रुता समाप्त होना
62. स्वयं को दिवालिया घोषित करना- व्यवसाय चौपट होना
63. चिडिय़ा को रोते देखता- धन-संपत्ति नष्ट होना
64. चांदी देखना- धन लाभ होना
65. दलदल देखना- चिंताएं बढऩा
66. कैंची देखना- घर में कलह होना
67. सुपारी देखना- रोग से मुक्ति
68. लाठी देखना- यश बढऩा
69. खाली बैलगाड़ी देखना- नुकसान होना
70. खेत में पके गेहूं देखना- धन लाभ होना 
71. फल-फूल खाना- धन लाभ होना
72. सोना मिलना- धन हानि होना
73. शरीर का कोई अंग कटा हुआ देखना- किसी परिजन की मृत्यु के
योग
74. कौआ देखना- किसी की मृत्यु का समाचार मिलना
75. धुआं देखना- व्यापार में हानि
76. सफेद फूल देखना- किसी समस्या से छुटकारा
77. भूकंप देखना- संतान को कष्ट
78. रोटी खाना- धन लाभ और राजयोग
79. पेड़ से गिरता हुआ देखना- किसी रोग से मृत्यु होना
80. श्मशान में शराब पीना- शीघ्र मृत्यु होना
81. रुई देखना- निरोग होने के योग
82. कुत्ता देखना- पुराने मित्र से मिलन
83. चश्मा लगाना- ज्ञान में बढ़ोत्तरी
84. उल्लू देखना- धन हानि होना
85. सफेद सांप काटना- धन प्राप्ति
86. लाल फूल देखना- भाग्य चमकना
87. नदी का पानी पीना- सरकार से लाभ
88. धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाना- यश में वृद्धि व पदोन्नति
89. कोयला देखना- व्यर्थ विवाद में फंसना
90. जमीन पर बिस्तर लगाना- दीर्घायु और सुख में वृद्धि
91. घर बनाना- प्रसिद्धि मिलना
92. घोड़ा देखना- संकट दूर होना
93. घास का मैदान देखना- धन लाभ के योग
94. दीवार में कील ठोकना- किसी बुजुर्ग व्यक्ति से लाभ
95. दीवार देखना- सम्मान बढऩा
96. बाजार देखना- दरिद्रता दूर होना
97. मृत व्यक्ति को पुकारना- विपत्ति एवं दुख मिलना
98. मृत व्यक्ति से बात करना- मनचाही इच्छा पूरी होना
99. मोती देखना- पुत्री प्राप्ति
100. लोमड़ी देखना- किसी घनिष्ठ व्यक्ति से धोखा मिलना
101. अनार देखना- धन प्राप्ति के योग
102. गड़ा धन दिखाना- अचानक धन लाभ
103. सूखा अन्न खाना- परेशानी बढऩा
104. अर्थी देखना- बीमारी से छुटकारा
105. झरना देखना- दु:खों का अंत होना
06. बिजली गिरना- संकट में फंसना
107. चादर देखना- बदनामी के योग
108. जलता हुआ दीया देखना-
आयु में वृद्धि
109. धूप देखना- पदोन्नति और धनलाभ
110. रत्न देखना- व्यय एवं दु:ख
111. चेक लिखकर देना- विरासत में धन मिलना 
112. कुएं में पानी देखना- धन लाभ
113. आकाश देखना- पुत्र प्राप्ति
114. अस्त्र-शस्त्र देखना- मुकदमे में हार
115. इंद्रधनुष देखना- उत्तम स्वास्थ्य
116. कब्रिस्तान देखना- समाज में प्रतिष्ठा
117. कमल का फूल देखना- रोग से छुटकारा
118. सुंदर स्त्री देखना- प्रेम में सफलता
119. चूड़ी देखना- सौभाग्य में वृद्धि
120. कुआं देखना- सम्मान बढऩा
121. छुरी दिखना- संकट से मुक्ति
122. गोबर देखना- पशुओं के व्यापार में लाभ
123. देवी के दर्शन करना- रोग से मुक्ति
124. चाबुक दिखाई देना- झगड़ा होना
125. चुनरी दिखाई देना- सौभाग्य की प्राप्ति
126. गुरु दिखाई देना- सफलता मिलना
127. बालक दिखाई देना- संतान की वृद्धि
128. बाढ़ देखना- व्यापार में हानि
129. जाल देखना- मुकदमें में हानि
130. जेब काटना- व्यापार में घाटा
131. चंदन देखना- शुभ समाचार मिलना
132. जटाधारी साधु देखना- अच्छे समय की शुरुआत
133. स्वयं की मां को देखना- सम्मान की प्राप्ति
134. फूलमाला दिखाई देना- निंदा होना
135. जुगनू देखना- बुरे समय की शुरुआत
136. सांप दिखाई देना- धन लाभ
137. डाकघर देखना- व्यापार में उन्नति
138. डॉक्टर को देखना- स्वास्थ्य संबंधी समस्या
139. ढोल दिखाई देना- किसी दुर्घटना की आशंका
140. टिड्डी दल देखना- व्यापार में हानि
141. तपस्वी दिखाई देना- दान करना
142. तर्पण करते हुए देखना- परिवार में किसी बुजुर्ग की मृत्यु
143. डाकिया देखना- दूर के रिश्तेदार से मिलना
144. तमाचा मारना- शत्रु पर विजय
145. उत्सव मनाते हुए देखना- शोक होना
146. दवात दिखाई देना- धन आगमन
147. नक्शा देखना- किसी योजना में सफलता
148. नमक देखना- स्वास्थ्य में लाभ
149. कोर्ट-कचहरी देखना- विवाद में पडऩा
150. पगडंडी देखना- समस्याओं का निराकरण
151. सीना या आंख खुजाना- धन लाभ


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