। हाथों की लकीरें प्रेम के कई रहस्यों की ओर इशारा करती हैं। जिनसे प्रेम स्वार्थी है या सच्चा ये अंदाजा लगाया जा सकता है। हाथों की लकीरें गुप्त प्रेम संबंधों के बारे में क्या कहती है? जानते हैं इसी बारे में......
हृदय रेखा की यह स्थिति होने से गुप्त प्रेम संबंध हो सकता है
-हाथ में पाई जाने वाली हृदय रेखा बुध पर्वत पर यदि गाय के पूंछ की भांति आकार बना लें। तो यह गहरे प्रेम संबंध को दर्शाती हैं। ऐसा व्यक्ति अपने प्रेम संबंध को गुप्त रखने में कामयाब होता है।
हृदय रेखा बुध पर्वत के नीचे पाई जाती है। हथेली में बुध पर्वत सबसे छोटी अंगुली के नीचे स्थित होता है। बुध पर्वत से होती हुई ये रेखा तर्जनी और मध्यमा अंगुली के बीच तक जाती है। अधिक लंबी होने पर गुरु पर्वत तक जाती है जो कि तर्जनी अंगुली के नीचे स्थित होता है।
हृदय रेखा बुध पर्वत के नीचे पाई जाती है। हथेली में बुध पर्वत सबसे छोटी अंगुली के नीचे स्थित होता है। बुध पर्वत से होती हुई ये रेखा तर्जनी और मध्यमा अंगुली के बीच तक जाती है। अधिक लंबी होने पर गुरु पर्वत तक जाती है जो कि तर्जनी अंगुली के नीचे स्थित होता है।
हृदय रेखा पर इस निशान के होने से होता है एकतरफा प्यार
हृदय रेखा पर tent का चिह्न होने से प्यार एकतरफा होता है। हृदय रेखा पर जितनी अधिक बार यह चिह्न होगा। उतना ही बार व्यक्ति एकतरफा प्यार में फंस सकता है।
हृदय रेखा पर tent का चिह्न होने से प्यार एकतरफा होता है। हृदय रेखा पर जितनी अधिक बार यह चिह्न होगा। उतना ही बार व्यक्ति एकतरफा प्यार में फंस सकता है।
हृदय रेखा की यह स्थिति से होने से दबी रह जाती हैं दिल की भावनाएं दिल में
हृदय रेखा तर्जनी और मध्यमा से शुरु हो रही हो तो यह बहुत कठिन परिश्रम करवाता हैं। ऐसे व्यक्ति की दिल की भावनाएं दिल में ही रह जाती है।
हृदय रेखा तर्जनी और मध्यमा से शुरु हो रही हो तो यह बहुत कठिन परिश्रम करवाता हैं। ऐसे व्यक्ति की दिल की भावनाएं दिल में ही रह जाती है।
तर्जनी अंगुली यह पहली अंगुली है। इसे इंडेक्स फिंगर भी कहा जाता है। मध्यमा यह दूसरी अंगुली है। इसे मिडिल फिंगर भी कहा जाता है।

हृदय रेखा की यह स्थिति से गहरा प्रेम होता है जग में प्रसिद्ध
यदि सूर्य पर्वत उभार लिए हो। हृदय रेखा से एक रेखा निकलकर सूर्य पर्वत पर पहुच रही हो। तो प्रेम में सफलता मिलती है। साथ ही ये प्रेम जग में प्रसिद्ध हो सकता है।
सूर्य पर्वत अनामिका अंगुली के नीचे स्थित होता है। अनामिका तीसरी अंगुली है।
हृदय रेखा की यह स्थिति होने से नहीं पड़ता है प्यार के होने या न होने से फर्क
हृदय रेखा गुरु पर्वत तक जाए। गुरु पर्वत तक जाकर आधा गोल घुमी हुई आकार बना रही हो जैसे कि कोई अर्ध वृत्त हो । तो इस निशान की उपस्थिति इंसान को वैज्ञानिक सोच प्रदान करती है। ये भावुक नहीं होते है।
गुरु पर्वत पहली अंगुली यानी कि तर्जनी के नीचे स्थित होता है।
यदि सूर्य पर्वत उभार लिए हो। हृदय रेखा से एक रेखा निकलकर सूर्य पर्वत पर पहुच रही हो। तो प्रेम में सफलता मिलती है। साथ ही ये प्रेम जग में प्रसिद्ध हो सकता है।
सूर्य पर्वत अनामिका अंगुली के नीचे स्थित होता है। अनामिका तीसरी अंगुली है।
हृदय रेखा की यह स्थिति होने से नहीं पड़ता है प्यार के होने या न होने से फर्क
हृदय रेखा गुरु पर्वत तक जाए। गुरु पर्वत तक जाकर आधा गोल घुमी हुई आकार बना रही हो जैसे कि कोई अर्ध वृत्त हो । तो इस निशान की उपस्थिति इंसान को वैज्ञानिक सोच प्रदान करती है। ये भावुक नहीं होते है।
गुरु पर्वत पहली अंगुली यानी कि तर्जनी के नीचे स्थित होता है।

हृदय रेखा की यह स्थिति होने से होते हैं परिवार से जुड़े रहने वाले
हृदय रेखा से एक रेखा निकलकर गुरु पर्वत पर जा रही हो। दूसरी रेखा निकलकर मस्तिष्क रेखा की ओर झुक रही हो । लेकिन मस्तिष्क रेखा को स्पर्श नहीं करें। इस स्थिति के होने से इंसान अपने परिवार से बहुत लगाव रखता है। हमेशा परिवार से बंधकर रहना पसंद करेगा।
मस्तिष्क रेखा गुरु पर्वत के नीचे होती है। यह जीवन रेखा के साथ -साथ चलती है।
हृदय रेखा से एक रेखा निकलकर गुरु पर्वत पर जा रही हो। दूसरी रेखा निकलकर मस्तिष्क रेखा की ओर झुक रही हो । लेकिन मस्तिष्क रेखा को स्पर्श नहीं करें। इस स्थिति के होने से इंसान अपने परिवार से बहुत लगाव रखता है। हमेशा परिवार से बंधकर रहना पसंद करेगा।
मस्तिष्क रेखा गुरु पर्वत के नीचे होती है। यह जीवन रेखा के साथ -साथ चलती है।
Comments
Post a Comment